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गुरुवार, अप्रैल 14, 2016

बैसाखी से रौनक ( चर्चा - 2312 )

आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है 
सभी ब्लॉगर दोस्तों को बैसाखी की हार्दिक शुभकामनाएं | बैसाखी का दिन भारतीय इतिहास में बेहद महत्त्वपूर्ण है | मुगलों के आतंक का विरोध करने लिए इसी दिन खालसा की स्थापना हुई तो इसी दिन जलियांवाला बाग़ हत्याकांड हुआ, जिसके बाद देश अंग्रेजी साम्राज्य  के विरुद्ध उठ खड़ा हुआ | 14 अप्रैल का दिन भी काफी महत्त्वपूर्ण है | इस दिन संविधान निर्माण में महत्त्वपूर्ण योगदान देने वाले डॉ. भीमराव आम्बेदकर जी ( वैसे तो उन्हें संविधान निर्माता भी कहा जाता है, लेकिन संविधान किसी एक व्यक्ति की देन नहीं, यह एक सामूहिक प्रयास था और भीमराव जी सिर्फ प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे ) का जन्म हुआ था, हालांकि देश में आजकल युग पुरुषों पर कब्जा जमाने का रिवाज हो गया है | भगतसिंह पर पंजाब का, सरदार पटेल पर संघ का और आम्बेदकर पर दलित समुदाय का, लेकिन अगर ये महापुरुष इतनी संकुचित सोच वाले होते तो ये इतने महान नहीं हो सकते थे | 
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