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बुधवार, जुलाई 01, 2015

चोर की देश भक्ति से भाई कौन परेशान होता है; चर्चा मंच 2023



त्रिवेणी 

विकेश कुमार बडोला (हरिहर ब्‍लॉग के संचालक) 
"क्षणिका क्या होती है..." 
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक') 
क्षणिका योजनाबद्ध लिखी ही नहीं जा सकती है। यह तो वह भाव है यो अनायास ही कोरे पन्नों पर स्वयं अंकित होती है। अगर सरलरूप में कहा जाये तो की आशुकवि ही क्षणिका की रचना सफलता के साथ कर सकता है। साथ ही क्षणिका जितनी मर्मस्पर्शी होगी उतनी वह पाठक के मन पर अपना प्रभाव छोड़ेगी। क्षणिका को हम छोटी कविता भी कह सकते हैं...

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